Bollywood कितना बदला गया है|Bollywood मैं तब क्या था और अब क्या है
Bollywood में क्या-क्या changes आए है
Bollywood कितना बदला है
आग का दरिया है और नाचते-गाते, रूठते-मनाते, हंसते-हंसाते, उम्र को छिपाते, अभिनय पर जमते, कभी विवादों से उखड़ते पार उतरना होता है। कोई चार दशक से मैदान में हैं, तो कोई दो दशक से। बॉलीवुड में उन्होंने कितने बसंत देखे और कितनी बार पतझड़ को महसूस किया, इसका सटीक लेखा-जोखा तो बॉक्स ऑफिस के पास होता है, लेकिन दर्शकों का प्यार भी मायने रखता है।
फिल्मों के हिट होने या फ्लॉप होने पर सितारों की कहानियां भी बदलती गईं। असली स्टारडम शुरू हुआ राजेश खन्ना के उदय से। 6 फिल्मों में हल्की-फुल्की चर्चा के बाद जब ‘आराधना’ आई तो सिनेमा का नया दौर शुरू हो चुका था। लगातार एक के बाद एक हिट। 1966 में उनकी ‘आखिरी खत’ आई थी और लगभग 1975 तक हिंदी सिनेमा का बॉक्स ऑफिस उन्हीं के नाम से शुरू होता था।
2000 के शुरुआती वर्षो में बॉलीवुड को अभिनेताओं के रूप में कुछ नए चेहरे मिले, जिनमें ऋतिक रोशन, अर्जुन रामपाल, जॉन अब्राहम, अभिषेक बच्चन, तुषार कपूर प्रमुख रहे लेकिन वर्तमान में ऋतिक रोशन और जॉन अब्राहम ही अपने फिल्मी करियर को बचा पाने में सबसे ज्यादा सफल रहे।
Bollywood की पुरानी और नई फिल्मों में अंतर
बॉलीवुड की अगर पुरानी फिल्मों की बात की जाए तो पुरानी फिल्में एक पारिवारिक माहौल में बनती और एक पारिवारिक माहौल में ही देखी जाती थी।पुरानी फिल्मों का कंटेंट कुछ अलग ही कंटेंट का होता था जिसमें बाद में एक हैप्पी एंडिंग हो जाया करती थी। इन फिल्मों में मैं ज्यादातर फिल्म के हीरो पर फोकस रहता था।
जबकि नई फिल्मों में ऐसा कुछ भी नहीं है नई फिल्मों में आजकल विलेन को ज्यादा प्रासंगिकता दी जाती है हाल ही में हमने एनिमल मूवी में यह देखा ही है की फिल्म के लीड एक्टर रणबीर कपूर को जनता के द्वारा इतना पसंद न करके फिल्म के मैन विलेन बॉबी देओल को ज्यादा पसंद किया है
पुरानी फिल्मों में VFX का इस्तेमाल नहीं है किया जाता था बल्कि यह सारी फिल्में nature shoot पर आधारित होती थी जो ऑडियंस को प्रकृति का आभास कराती थी जबकि नई फिल्मों में ऐसा कुछ नहीं है यह फिल्में बिना VFX के बनती ही नहीं है।