News

Stefania Mărăcineanu कौन थी? मात्र 2 साल मे ले ली थी PHD की डिग्री, जाने पूरी जानकारी?

Introduction:-

Stefania Mărăcineanu:- Google ने शनिवार 18 जून 2022 को रोमानियाई भौतिक विज्ञानी स्टीफेनिया मेरिसीनेनु (Stefania Mărăcineanu) का 140 वां जन्मदिन डूडल के जरिए मनाया है. Stefania Mărăcineanu का रेडियोएक्टिविटी की खोज और रिसर्च में बड़ा योगदान रहा है. जिसके चलते इन्हे जाना जाता है आपको बता दे की 1910 में स्टीफेनिया मेरिसीनेनु ने भौतिक और रासायनिक विज्ञान में ग्रेजुएशन किया. फिर इसके बाद बुखारेस्ट में सेंट्रल स्कूल फॉर गर्ल्स में एक शिक्षक के रूप में अपना करियर शुरू किया था. वहीं रहते हुए उन्हें रोमानियाई साइंस मंत्रालय से स्कॉलरशिप भी मिली. उसके बाद उन्होंने पेरिस में रेडियम संस्थान में स्नातक शोध किया. ये वह दौर था जब रेडियम इंस्टीट्यूट मैरी क्यूरी के निर्देशन में काफी तेजी से रेडियोएक्टिविटी में रिसर्च के लिए एक विश्वव्यापी केंद्र बन रहा था. आगे आपको बताते है की कैसे उन्होंने भूकंप के आने का कारण बताया था.

स्टीफेनिया मेरिसीनेनु ने ही बताया था भूकंप आने का कारण ?

Stefania Mărăcineanu ने अपने जीवन के कई साल आर्टिफिशियल बारिश के शोध के लिए समर्पित कर दिये. जिसके लिए वो काफी वक्त तक अल्जीरिया में भी रहीं थी. इसके अलावा उन्होंने भूकंप और बारिश के बीच की कड़ी का भी अध्ययन किया था. वो स्टीफेनिया मेरिसीनेनु ही थीं, जिन्होंने पहली बार ये बताया कि उपरिकेंद्र (epicenter) में रेडियोएक्टिविटी बढ़ने के कारण ही भूकंप आते हैं. तो इसके लिए भी Stefania Mărăcineanu को जाना जाता है. आगे आपको बताते है की कैसे इन्होंने पीएचडी की डिग्री मात्र 2 साल मे पूरी की थी.

Stefania Mărăcineanu kon thi

ऐसे की की थी मात्र 2 साल मे पीएचडी?

आपको बता दे की जहाँ आम तोर पर सभी PHD करने मे 4 से 5 साल लगा देते है वहाँ Stefania Mărăcineanu सिर्फ 2 साल मे पूरा कर दिया . स्टीफेनिया मेरिसीनेनु ने मात्र 2 साल में पेरिस के सोरबोन विश्वविद्यालय से भौतिकी (Physics) में अपनी डिग्री पूरी कर ली. डिग्री लेने के बाद मेडॉन में खगोलीय वेधशाला में चार साल तक काम करने के बाद, वह रोमानिया लौट आई और अपनी मातृभूमि पर रेडियोएक्टिविटी के अध्ययन के लिए अपनी पहली प्रयोगशाला बनाई.

यह भी पढे–

World Music Day 2022: म्यूजिक लवर्स के लिए होता है बेहद खास दिन, जाने इसका इतिहास और महत्व ?

स्टीफेनिया मेरिसीनेनु ने साफ मना कर दिया था लेने से पुरुस्कार

आपको बता दे की जब आर्टिफिशियल रेडियोएक्टिविटी की खोज मे अहम भूमिका निभाने के लिए Stefania Mărăcineanu पुरुस्कार देने के बात आई तो इन्होंने इस पुरुस्कार को लेने से साफ मना कर दिया था. लेकिन इन्होंने कहा की खोज में उनकी भूमिका को मान्यता दी जानी चाहिए. स्टीफेनिया मेरिसीनेनु के काम को 1936 में रोमानिया की विज्ञान अकादमी द्वारा मान्यता दी गई थी जहाँ उन्हें अनुसंधान निदेशक के रूप में सेवा देने के लिए चुना गया था, हालांकि उन्हें इस खोज के लिए कभी भी वैश्विक मान्यता नहीं मिली जबकी मैरी क्यूरी की बेटी इरेन करी और उनके पति को आर्टिफिशियल रेडियोएक्टिविटी की खोज के लिए संयुक्त नोबेल पुरस्कार मिला था.

आज हमने आपको इस पोस्ट मे स्टीफेनिया मेरिसीनेनु के बारे मे जानकारी देने की कोशिश की है आशा करते है आपको पसंद आई होगी तो अभी के लिए बस इतना ही मिलते है एक और नई अपडेट के साथ तब तक “जय हिन्द जय भारत”

हमे फॉलो करे.

FacebookInstagramTwitter, पर।

Thankyou 

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button