Franchise क्या होती है? | किसी भी Company की Franchise कैसे लें?
नमस्कार दोस्तों, आप अक्सर रेलवे स्टेशन और बाज़ार में जाते है तो कई ऐसी दूकान देखते हैं जो एक ही नाम की होती हैं परन्तु वह एक से अधिक जगह पर होती हैं। हर दूकान पर एक फिक्स नाम, फिक्स लोगो और एक फिक्स डिजाईन होती है।
वास्तव में यह किसी एक ही दूकान या ब्रांड की अलग – अलग ब्रांच होती है। यह सभी एक तरह की Franchise होती हैं। Franchise का मतलब होता हैं किसी ऐसे ब्रांड या दूकान के नाम और प्रोडक्ट और सर्विस का इस्तेमाल करके खुद का एक अलग से दूकान, ऑफिस और मोल बनाना।
हमारे इस लेख में आपको इसी के बारे में बताने जा रहे हैं जिसमे आपको हम सभी तरह की Franchise के बारे में बतायेंगे और यह भी बतायेंगे की आप किस तरह से किसी कंपनी और ब्रांड की Franchise ले सकते हैं।
Franchise क्या होती हैं ?
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Franchise Business की यदि हम बात करें तो यह एक इस प्रकार का बिजनेस होता है जिसमें कोई भी कंपनी या कोई बिजनेस का मालिक अपने बिजनेस लोगो, बिजनेस का नाम एवं बिजनेस मॉडल इत्यादि के अधिकारों को किसी एक थर्ड पार्टी ऑपरेटर को बेचता है और उससे वो कंपनी और वो Franchise Owner दोनों ही पैसे कमाते हैं। बिजनेस का मालिक जिस किसी भी व्यक्ति या थर्ड पार्टी को यह अधिकार बेचता है उसे फ्रैंचाइजी कहा जाता है।
Franchise के प्रकार
हम जब भी कोई Franchise लेती है तो उसके भी कई अलग – अलग प्रकार होते हैं। Franchise मुख्य रूप से 4 प्रकार की होती हैं। इन सभी चार प्रकार की Franchise के बारे में जानकारी इस प्रकार हैं –
फ्रैंचाइज़ी कैसे ले ?
1- हमारे आसपास किस भी प्रकार क कंपनी की फ्रेंचाइजी लेने से पहले आपको उर फ्रैंचाइज़ी की कास्ट के हिसाब से अपना बजट तय करना होगा, की आपको कितने रुपये तक की फ्रेंचाइजी लेनी है और किस प्रकार की फ्रैंचाइज़ी लेनी है। उसके बाद आपको यह भी देखना होता है की आपके पास कितना पैसा है, आप उस तरह की फ्रैंचाइज़ी लेने के लिए कितना पैसा लगा सकते हैं।
2- इसका सबसे बड़ा कारम है है की अगर आप जब कोई अच्छी कंपनी की फ्रेंचाइजी लेते हैं तो इसके लिए आपको अच्छा और मोटा खासा पैसा देना होगा। कोई भी एक अच्छी कंपनी की फ्रेंचाइजी लेने के लिए उस पर आपको लाखों या करोड़ों रुपयों की जरुरत पड़ सकती है, इतना ही नही ये निर्भर करना है की वो कंपनी कितनी बड़ी है।
3- किसी भी ऐसी फ्रेंचाइजी को ही लेना पसंद करे जिसमे आपको अच्छा अनुभव हो। जब भी आप अपने पसंद की किसी कंपनी की फ्रेंचाइजी लें तो उससे पहले सब में इस बात का ध्यान जरूर रखें की आपको उस काम के बारे में ( जिसकी फ्रैंचाइज़ी आप ले रहे हैं ) कितना पता है, और क्या आगे भी आप वो ही काम और आगे भी सीख सकते हैं, इसके बाद ही किसी फ्रेंचाइजी के चयन करें।
फ्रैंचाइज़ी लेने के फायदे ?
आपके आसपास अगर आप किसी अच्छी से अच्छी कंपनी की फ्रैंचाइज़ी लेते हैं तो आपको उससे बहुत ही बड़ा फायदा हो सकता है। आप अपने बिज़नस के लिए किसी कंपनी की फ्रैंचाइज़ी लेने पर आपको न सिर्फ उस कंपनी के बारे में काम करने का तरीका पता चलता है, बल्कि इसके अलावा और भी बहुत सारी बाते पता चलती हैं।
किसी भी एक अच्छी कंपनी की फ्रेंचाइजी लेने पर आपको ज्यादा उसमे किसी भी तरह का मार्केटिंग या प्रचार करने की भी जरुरत नहीं है। इसका सबसे बड़ा कारण है की ये काम आप जिस कंपनी की फ्रेंचाइजी ले रहे हैं उनका खुद और स्वयं का ही होता है। वो ही इसके लिए खुद मार्केटिंग या प्रचार करते हैं।
अगर आप किसी भी एक अच्छी कंपनी की फ्रेंचाइजी लेते हैं तो आपके पास उस कंपनी से जुड़े बहुत सारे ग्राहक आ सकते हैं, क्यू की यह बात हो तो तय है की एक अच्छी कंपनी या ब्रांड पहले से ही काफी ज्यादा फेमस होता है, और वैसे ही लोग इनके तरफ आसानी से खींचे चले आते हैं, और आपके ग्राहक बढ़ते जाते हैं।
इसके अलावा इसमें एक और बड़ा फायदा यह भी हैं इसमें आपको उस प्रोडक्ट के मूल्य के साथ समझौता करने की जरुरत तो बिलकुल भी नहीं पड़ती है। जब इनका मूल्य ज्यादा होता है, या कम होता है उससे आपको हमेशा ही ज्यादा फायदा ही होता है।
अगर आपको उस फ्रेंचाइजी को कंपनी द्वारा व्यापार करने की तकनीक अच्छी तरीके से समझ आ जाती है और आप उसमें बहुत ही कम समय में वह अपने उस फ्रैंचाइज़ी व्यापार को बुलंदियों तक ले जा सकता है।
इसके अलावा उस प्रोडक्ट के सम्बन्ध में इसमें प्रोडक्ट बनाने एवं उस प्रोडक्ट की मार्केटिंग करने की भी किसी तरह की झंझट नहीं रहती है। फ्रेंचाइजी को केवल उस एक ही कंपनी का उत्पाद बेचना होता है और उस पर उसका कुछ कुछ प्रतिशत कंपनी को देना है। और इसमें जो भी फ्रैंचाइज़ी आप लेते हैं तो उस फ्रेंचाइजी में भी आपको अच्छा मुनाफा होता है वह भी बहुत कम रिस्क के साथ।
फ्रैंचाइज़ी लेने की शर्ते
फ्रैंचाइज़ी लेने की कुछ निन्न शर्ते हैं.
1. जब भी आप किसी भी कंपनी से बिज़नस करने के उद्देश्य से फ्रेंचाइजी लेते है तो उसके लिए आपको कंपनी द्वारा निर्धारितशुल्क कंपनी को देना होता है। और साथ ही कंपनी आप की उस फ्रैंचाइज़ी को खोलने की जगह का भी अच्छे से मुआयना करती है कि वह स्थान उचित है कि नहीं।
2. इसके अलावा आपको उस कंपनी को एक बिजनेस प्रपोजल भी देना होता है जिसमें आप यह सभी बाते बतानी होती हैं कि फ्रेंचाइजी का मूलतः स्थान क्या होगा तथा जगह और दूकान और फ्रैंचाइज़ी से संबंधित सभी दस्तावेज आप कंपनी को देते हैं जिससे कि कंपनी के पास भी यह दस्तावेज रहे।
3. इसके बाद आप जब भी फ्रैंचाइज़ी लेने ते है तो उसके लिए आपको उस फ्रेंचाइजी बॉन्ड भी साइन करना होता है। फ्रेंचाइजी बॉन्ड को साइन करने से पहले आप को उस कंपनी और फ्रैंचाइज़ी के सभी नियम एवं शर्तें अच्छे से पढ़ लेने चाहिए और उन्हें अनिवार्य रूप से मानना होता है। इसके अलावा आपको उस कंपनी को यह भी विश्वास दिलाना है कि आप भविष्य में कंपनी के दिशा निर्देशों को मानेंगे एवं उस कंपनी की इस फ्रेंचाइजी और उस कंपनी के नाम को अच्छी तरह से चलाएंगे।
4. फ्रेंचाइजी लेने के लिए आपको कंपनी को फ्रेंचाइजी कल लिए एक निर्धारित शुल्क तो देना ही होता है इसके साथ ही आपको उस कंपनी के लिए भी निधारित करना होता है की प्रत्येक उत्पाद बेचने पर उसका जो भी मुनाफा होता है उसका कुछ प्रतिशत कंपनी को देना होता है।
अंतिम शब्द
इस लेख में आपको फ्रैंचाइज़ी क्या होती हैं और कैसे ले ? के बारे में बताया गया हैं.